क्या चीन नई महामारी की चपेट में है ?
China virus को लेके विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा चीन से श्वसन संबंधी बीमारियों और निमोनिया के मामलों में संभावित चिंताजनक वृद्धि के बारे में जानकारी देने का आधिकारिक अनुरोध किए जाने के बाद चीनी अधिकारियों ने कहा है कि उनके देश में कोई ‘‘असामान्य या नई बीमारी’’ सामने नहीं आई है. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने उत्तरी चीन में बच्चों को हो रहे अजीब तरह के निमोनिया को लेकर मीडिया में आई खबरों और एक वैश्विक संक्रामक रोग निगरानी सेवा की रिपोर्टों का हवाला दिया और चीन से इस सप्ताह की शुरुआत में इस बारे में और जानकारी देने का अनुरोध किया.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस स्थिति पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है, लेकिन वे यह बात पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि किसी नए वैश्विक संक्रमण की शुरुआत का संकेत है या नहीं.
China virus फैला सकने वाले किसी वायरस के संक्रमण की शुरुआत आम तौर पर श्वसन संबंधी बीमारी के अज्ञात स्वरूप से शुरू होती है. सार्स और कोविड-19 दोनों को सबसे पहले असामान्य प्रकार का निमोनिया बताया गया था.
विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) द्वारा चीन से श्वसन संबंधी बीमारियों और निमोनिया के मामलों में संभावित चिंताजनक वृद्धि के बारे में जानकारी देने का आधिकारिक अनुरोध किए जाने के बाद चीनी अधिकारियों ने कहा है कि उनके देश में कोई ‘‘असामान्य या नई बीमारी’’ सामने नहीं आई है. संयुक्त राष्ट्र की स्वास्थ्य एजेंसी ने उत्तरी चीन में बच्चों को हो रहे अजीब तरह के निमोनिया को लेकर मीडिया में आई खबरों और एक वैश्विक संक्रामक रोग निगरानी सेवा की रिपोर्टों का हवाला दिया और चीन से इस सप्ताह की शुरुआत में इस बारे में और जानकारी देने का अनुरोध किया.
वैज्ञानिकों का कहना है कि इस स्थिति पर कड़ी निगरानी की आवश्यकता है, लेकिन वे यह बात पक्के तौर पर नहीं कह सकते कि चीन में श्वसन संबंधी बीमारियों में हालिया वृद्धि किसी नए वैश्विक संक्रमण की शुरुआत का संकेत है या नहीं.
महामारी फैला सकने वाले किसी वायरस के संक्रमण की शुरुआत आम तौर पर श्वसन संबंधी बीमारी के अज्ञात स्वरूप से शुरू होती है. सार्स और कोविड-19 दोनों को सबसे पहले असामान्य प्रकार का निमोनिया बताया गया था.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि चीन के राष्ट्रीय स्वास्थ्य आयोग के अधिकारियों ने 13 नवंबर को श्वसन संबंधी बीमारियों में वृद्धि की सूचना दी थी. उसके अनुसार, आयोग के अधिकारियों ने कहा था कि श्वसन संबंधी बीमारियों के मामले इसलिए बढ़ रहे हैं क्योंकि कोविड-19 से निपटने के लिए लागू किए गए लॉकडाउन से संबंधित पाबंदियां हटा दी गई हैं.
महामारी संबंधी प्रतिबंध हटाए जाने पर अन्य देशों में भी श्वसन संबंधी बीमारियों जैसे ‘रेस्पिरेटरी सिंकाइटियल वायरस’ या आरएसवी के मामलों में वृद्धि देखी गई थी.
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि लगभग एक सप्ताह बाद मीडिया की खबरों में उत्तरी चीन में बच्चों में अज्ञात निमोनिया के मामलों की सूचना दी गई.
चीनी अधिकारियों ने कहा कि उनके देश में कोई ‘‘असामान्य या नयी बीमारी’’ सामने नहीं आई है और इससे देश के अस्पतालों पर कोई अतिरिक्त बोझ नहीं बढ़ा है.
डब्ल्यूएचओ ने कहा, ‘‘यह स्पष्ट नहीं है कि क्या ये चीनी अधिकारियों द्वारा पहले बताए गए श्वसन संक्रमण के मामलों में वृद्धि है या अलग-अलग मामलों से जुड़े हैं.’’
डब्ल्यूएचओ ने कहा कि उत्तरी चीन में पिछले तीन वर्षों की तुलना में अक्टूबर के मध्य से इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों में वृद्धि दर्ज की गई थी.
China Virus किन-किन लोगो को हो रहा है ?
चीन ने डेटा देते हुए कहा कि China virus इसके पीछे किसी भी असामान्य या नए रोगजनक का पता नहीं चला है. चीन के अस्पतालों में अक्टूबर के बाद से बैक्टीरिया इंफेक्शन, आरएसवी, इन्फ्लूएंजा और सामान्य सर्दी-जुकाम की बीमारियों के कारण बच्चों के एडमिशन में बढ़ोतरी देखी गई है.चीन के हॉस्पिटलों में रोजाना 1200 बच्चे एडमिट हो रहे है
China Virus के लक्ष्ण कौन-कौन से है ?
China virus के लक्षणों में बुखार, खांसी और सांस लेने में कठिनाई शामिल है, जिसकी गंभीरता अलग-अलग होने पर कुछ रोगियों को अस्पताल में भर्ती करने की आवश्यकता होती है. यह लक्षण कुछ – कुछ Covid-19 के लक्षणों की तरह ही है .
किया भारत में आयेगा China virus ?
China virusके भारत में आने की अभी कोई सम्भवना नहीं हे ,लेकिन भारत सरकार ने इस वायरस के आने से पेले ही चेतावनी बरतना शुरू कर दिया हे ,भारत सरकार ने सभी अस्पतालों में ऑक्सीजन सिलेंडर और मेडिकल सुवेदा रखने का आदेश दिया है।अगर यह वायरस भारत में आता हे तो भारत पूरी तरहे तैयार रहेगा।